शब्दसमूहाबद्दल एक शब्द (One word substitution)
“अ”
“उ”
“क”
“इ”
"ख"
“ग”
“घ”
“च”
“ज”
"ट" ,"झ" , "ठ" ,"ड"
| काहीही माहेत नसलेला | अनभिज्ञ |
| जे माहीत नाही ते | अज्ञात |
| ज्याला कोणीही शत्रू नाही असा | अजातशत्रू |
| ज्याला मरण नाही असा | अमर |
| कधी जिंकला न जाणारा | अजिंक्य |
| आधी जन्म घेतलेला | अग्रज |
| अन्न देणारा | अन्नदाता |
| ज्याला अंत नाही असा | अनंत |
| ज्याला विसर पडणार नाही असा | अविस्मरणीय |
| पायात काहीही न घालणारा | अनवाणी |
| धर्मार्थ जेवण मिळण्याचे ठिकाण | अन्नछत्र |
| वर्णन न करता येण्यासारखा | अवर्णनीय |
| फार कमी बोलणारा | अबोल |
| अंग राखून काम करणारा | अंगचोर |
| प्रत्यक्ष किंवा समोर नाही असे | अप्रत्यक्ष |
| एखाद्याचे मागून घेणे | अनुगमन |
| दुसऱ्यांचे पाहून त्यांच्यासारखे वागणे | अनुकरण |
| घरी पाहून म्हणून आलेला | अतिथी |
| जे साध्य होणार नाही ते | असाध्य |
| कमी आयुष्य असलेला | अल्पजीवी |
| अन्न देणारा | अदाता |
| माहिती नसलेला | अज्ञानी |
| अनेक गोष्टींत एकाचवेळी लक्ष देणारा | अष्टावधानी |
| खूप पाऊस पडणे | अतिवृष्टी |
| पाऊस मुळीच न पडणे | अनावृष्टी,अवर्षण |
| हिमालयापासून कन्याकुमारीपर्यंत | आसेतुहिमालय |
| संख्या मोजता न येणारा | असंख्य |
“उ”
| शिल्लक राहिलेले | उर्वरित |
| लहान मुलास प्रथम अन्न खाऊ घालणारा | उष्टावण |
| वाटेल तास पैसा खर्च करणे | उधळपट्टी |
| दुसऱ्यावर जिवंत राहणारा | उपजीवी |
| सूर्योदयापूर्वीची वेळ | उष:काल |
| नदीची सुरुवात होते ते ठिकाण | उगम |
| अगदी दुर्मिळ झालेली वस्तू / व्यक्ती | उंबराचे फूल |
| उदयाला येत असलेला | उदयोन्मुख |
| लक्ष न दिले गेलेले | उपेक्षित |
| ज्याच्यावर उपकार झाले आहेत असा | उपकृत |
| मर्मी लागेल असा स्वर, शब्द | उपरोध |
“क”
| कादंबरी लिहिणारा | कादंबरीकार |
| कविता करणारा | कवी |
| कविता करणारी | कवियत्री |
| सर्व इच्छा पूर्ण करणारा वृक्ष | कल्पवृक्ष |
| अत्यंत उदार मनुष्य | कर्णाचा अवतार |
| दुसऱ्याचे दुःख पाहून कळवळणारा | कनवाळू |
| काही निमित्त काढून आपसांत कलह माजविणारा | कळीचा नारद |
| कलेची आवड असणारा | कलाप्रेमी |
| सतत कष्ट करणारा | कष्टाळू |
| कार्य करण्याची जागा | कर्मभूमी |
| कड्यावरून लोटण्याची जागा | कडेलोट |
| काळोख्या रात्रीचा पंधरवडा | कृष्णपक्ष |
| देवालयाचे शिखराचे टोक | कळस |
| कानाना गोड वाटणारा | कर्णमधुर |
| आकुंचित मनाचा | कूपमंडक |
| सहसा न घडणारे | क्वचित |
| दुर्मिळ, पुष्कळ काळाने येणारी संधी | कपिलाषष्ठीचा योग |
| वयाने व अधिकाराने सर्वात कमी | कनिष्ट |
| सर्वांचा संहारकर्ता व क्रूर असा शत्रू | कर्दनकाळ |
| कमळाप्रमाणे डोळे असणारी | कमलाक्षी |
| केलेल्या उपकारांची जाणीव ठेवणारा | कृतज्ञ |
| केलेल्या उपकारांची जाणीव न ठेवणारा | कृतघ्न |
“इ”
| पावसापासून निवारण करण्यासाठी केलेले झाडपाल्याचे आवरण | इरले |
| पूर्वी घडलेल्या हकीकतींचे वर्णन | इतिहास |
"ख"
| आकाशात गमन करणारा | खग |
| नदीच्या दोन्ही बाजूंचा सुपीक प्रदेश | खोरे |
| निरुपयोगी माणसे किंवा वस्तू आणून केलेली भरती | खोगीर भरती |
| चैनीत, ख्याली खुशालीत दिवस घालविणारा मनुष्य | खुशालचंद |
| दोन डोंगरामधील चिंचोळी वाट | खिंड |
“ग”
| एकाचवेळी अनेक जण बोलत असल्यामुळे होणार आवाज | गलका |
| भावनेच्या अतिरेकाने कंठ दाटून येणे | गहिवर |
| आकाशाचे भेद करणारा | गगनभेदी |
| अत्यंत प्रिय असलेली व्यक्ती | गळ्यातील ताईत |
| वाडवडिलांचे पासून ज्यांचे घरात श्रीमंती आहे असा | गर्भश्रीमंत |
| गाणे गाणारा | गायक |
| हाताची किंवा पायाची बोटे झडून विकोपास गेलेला कृष्टरोग | गलतकुष्ट |
| दाराशी हत्ती झुलण्याइतकी संपत्ती | गजान्तलक्ष्मी |
| ज्याला कोणत्याही गोष्टीची पारख नसते | गाजरपारखी |
| हिंडून करावयाचा पहारा | गस्त |
| काळजात कालवाकालव झाल्यासारखे वाटणे | गलबलने |
| देवळाचा आतील भाग | गाभारा |
“घ”
| नेहमी घरात बसून राहणारा | घरकोंबडा |
| बऱ्याच मोठेपणी लग्न करण्यास तयार झालेला | घोडनवरा |
| देवळाला कळसाखाली असलेली डेऱ्याच्या आकाराची बंदिस्त जागा | घुमट |
“च”
| ज्याच्या हातात चक्र आहे असा | चक्रधारी |
| चार पाय असलेला | चतुष्पाद |
| नक्षत्रासारखी सुंदर स्त्री | चटकचांदणी |
| ज्या घराला छप्पर नसून वर चंद्र दिसतो असे मोडकळीस आलेले घर | चंद्रमौळी |
| गावाच्या कामकाजाची जागा | चावडी |
| शर्यतीत एकमेकांच्या सतत पुढे येण्याचा प्रयत्न | चुरस |
| मन आकर्षून घेणारा | चित्तवेधक |
| चार रस्ते एकत्र मिळालेले ठिकाण | चौक |
| चित्रे काढणारा | चित्रकार |
| इच्छिलेला देणारा मणी | चिंतामणी |
“ज”
| जगाचा स्वामी | जगन्नाथ |
| जन्मापासून उपजत गुण | जन्मगुण |
| जेथे जन्म झालेला आहे तो देश | जन्मभूमी |
| थोर पुरुष, समाजसेवक, साधुसंत ह्यांच्या जन्मतिथीचा दिवस | जयंती |
| जन्मापासून कायमचा दरिद्री | जन्मदरिद्री |
| पुष्कळ जमीन असलेला | जमीनदार |
| रत्नांचा वापर करणारा | जवाहिऱ्या |
| पाण्यामध्ये जन्मणारा प्राणी | जलज |
| पाण्यात राहणारे प्राणी | जलचर |
| अतिशय रागीट मनुष्य | जमदग्नी |
| जादूचे खेळ करून दाखवणारा | जादूगार |
| पाणी साठविण्यासाठी वापरात येणारे काचेचे भांडे | जार |
| ज्ञानाची इच्छा करणारा | जिज्ञासू |
| जाणून घेण्याची इच्छा | जिज्ञासा |
| जिवाला जीव देणारा मित्र | जिवलग |
"ट" ,"झ" , "ठ" ,"ड"
| खूप जोरात किंवा एकसारख्या टाळ्या वाजविणे | टाळ्यांचा कडकडाट |
| नाणी पडण्याचा कारखाना | टाकसाळ |
| टोळासारखे नासाडी करत उगाच हिंडणारे | टोळभैरव |
| सतत पडणारा पाऊस | झडी |
| झाडांचा दाट समूह | झाडी |
| बाहेरून डौल न दाखवणारा पण खरोखरी गुणी मनुष्य | झाकलेला माणिक |
| नारळाच्या झाडाची पाने | झावल्या |
| दांडगाईने किंवा अव्यवस्थितपणे चालविलेला कारभार | झोटिंगशाही |
| तंतुवाद्यावर छेडलेले मधुर स्वर | झंकार |
| लोकांची फसवणूक करून त्यांना लुबाडणारा | ठकसेन |
| डोंगराच्या माथ्यावरील सपाट प्रदेश | डोंगरपठार |
| डोंगरातील अरुंद मार्ग | डोंगर खिंड |